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Ridh Aur Jodon Ke Dard Ke Lie Nae Upchar Aur Nivarak Upay

जोड़ों और रीढ की हड्डी के स्वास्थ्य का महत्वरीढ़ और जोड़ों का स्वास्थ्य हर किसी के लिए जरूरी है, चाहे आपकी उम्र कुछ भी हो। हमारी हड्डियाँ, जोड़ और मांसपेशियाँ मिलकर गति करने, अंगों की रक्षा करने और हमारे शरीर के वजन को सहारा देने का काम करती हैं। जब ये संरचनाएँ क्षतिग्रस्त हो जाती …

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Vrdhavastha Ka Vikar Parkinsan

पार्किंसन की बीमारी मूवमेंट सबंधी एक विकार या डिसऑर्डर है जिसमें दिमाग से हाथ या पैर तक पहुंचने वाली नसें या तंत्रिका काम करने में असमर्थ हो जाती हैं। इसमें व्यक्ति का अपने हाथ पर नियंत्राण बहुत कम हो जाता है। आमतौर पर जब दिमाग को संदेश देने वाला डोपामाइन का स्तर कम हो जाता …

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Vatrog Me Bahuupyogi Calcium V Vitamin D

आधुनिक जीवन शैली के सहारे जीने वालों करोडों लोग आज वातरोग से पीडित है। सच तो यह है कि शरीर में पाए जाने वाले हर एक तत्व की मात्रा जब तक संतुलित बनी रहती है तब तक हमारा शरीर स्वस्थ बना रहता है। शरीर मे युरिक एसिड की बढ़ोतरी से ही गाउट ;वातरोगद्ध रोग होने …

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Spine V Vatrogon me physyotherapy ki bhumika

शारीरिक चिकित्सा (फिजियोथेरेपी) शरीर के विभिन्न अंगों की समस्याओं के इलाज में मदद करती है। यहाँ कुछ आम शारीरिक चिकित्सा अभ्यास हैं जो पूरे शरीर के लिए उपयोगी हैं। मस्पेशियों की मजबूती के लिए पुश-अप्स (दंड) स्क्वाट्स (मल्लाखंब) लंज (लंबी कूद) प्लैंक (कटोरा आसन)   लचीलेपन के लिए ताड़ासन (पेड़ की स्थिति) वृक्षासन (वृक्ष की स्थिति) पश्चिमोत्तानासन (पीछे की ओर झुकना) उत्तानपादासन (पैरों को ऊपर उठाना) संतुलन और समन्वय के लिए एक पैर पर खड़े रहना साइकिल चलाना बैलेंस बोर्ड पर खड़े रहना   श्वसन और तनाव कम करने के लिए योग निद्रा  (योग की नींद) ध्यान (मेडिटेशन) प्राणायाम (श्वसन व्यायाम) विशेषज्ञ की सलाह  शारीरिक चिकित्सा के लिए किसी योग्य फिजियोथेरेपिस्ट से परामर्श लें। अपनी सेहत और समस्याओं के अनुसार अभ्यास चुनें।  स्पाइन रोगों में फिजियोथेरेपी के फायदे रीढ़ की हड्डी और गर्दन के दर्द से राहत मुद्रा में सुधार और रीढ़ पर दबाव कम करना गतिशीलता और लचीलेपन में वृद्धि कोर और पीठ की मांसपेशियों को मजबूत बनाना चोटों को रोकना और उपचार में मदद स्पाइन की सामान्य समस्याएं जिनमें फिजियोथेरेपी की आवश्यकता होती है।डिस्क हेरनियेशन, स्पॉन्डिलोसिस(रीढ़ की हड्डी का घिसाव), स्पाइनल स्टेनोसिस (रीढ़ की हड्डी का संकुचन), साइटिका, स्कोलियोसिस (रीढ़ की हड्डी का वक्रता) ।  फिजियोथेरेपी तकनीकें व्यायाम चिकित्सा (मजबूती और लचीलेपन के लिए)।  मैनुअल थेरेपी (मालिश और गति चिकित्सा)। इलेक्ट्रोथेरेपी (टेंस, अल्ट्रासाउंड)। हीट और कोल्ड थेरेपी। मुद्रा शिक्षा और सुधार।  फिजियोथेरेपिस्ट से कब परामर्श लें लगातार पीठ या गर्दन दर्द, हाल की चोट या आघात, ऑपरेशन से पहले या बाद, पुराना दर्द या जकड़न और दैनिक गतिविधियों में परेशानी। रीढ़ की हड्डी को स्वस्थ रखने के 10 प्रभावी तरीके कम से कम बैठने की कोशिश करें। …

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Carpal Tunnel Syndrome

जिन व्यक्तियों के हाथ में सुन्नता, झुनझुनी आती है, हाथ में दर्द होता है, कमजोरी आती है, उन्हें अपने डॉक्टर से परीक्षण कराना चाहिए क्योकि हो सकता है कि वे कार्पेल टनल सिन्ड्रोम नाम की व्याधि से ग्रस्त हो। ये कार्पेल टनल सिन्ड्रोम होता क्या है? आइये इसके बारे में जानकारी हासिल करते हैं। कार्पेल …

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Sandhiwat Me Upyogi Yogopchar

आजकल अधिकांश लोग जोड़ों के दर्द से परेशान रहते हैं, जिसके कारण उन्हें चलने, फिरने, उठने-बैठने, रोजमर्रा के कार्य करने में अत्यन्त कष्ट का अनुभव होता है। हमारे शरीर में हड्डियों के जोड़ या सन्धियां चलने, फिरने, उठने बैठने आदि सभी क्रियाकलापों में प्रमुख भूमिका निभाते हैं, जब किसी कारण इन जोड़ों में विकार उत्पन्न …

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Vat vikar me ayurvedic nuskhe

आयुर्वेद में वात, पित्त और कफ का समान, शांत और संतुलित अवस्था में रहना आवश्यक माना गया है। विपरीत दशाओं में ही वात प्रकोप होता है। त्रिदोषों में वात ही बलवान है। इसमें ही मल और धातु प्रभावित होते हैं। वात कुपित व्याधियों के लक्षण अलग-अलग होते हैं। वायु कुपित होने पर वायु, अन्न व …

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Gathiyavat Me Labhkari Ayurvedik Ki Aushadhiyan

गठियावात (आर्थराइटिस) एक ऐसी स्थिति है जिसमें जोड़ों में सूजन और दर्द होता है, जिससे व्यक्ति की दैनिक गतिविधियों पर प्रभाव पड़ता है। यह बीमारी मुख्य रूप से उपास्थि (कार्टिलेज) के क्षरण के कारण होती है, जिससे हड्डियों के बीच घर्षण बढ़ता है और दर्द तथा सूजन का अनुभव होता है। गठियावात एक दीर्घकालिक स्थिति …

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Mahilo Me Edi Ka Dard

महिलाओं में होने वाली प्रमुख तकलीफों में से एक तकलीफ है एड़ी का दर्द। एड़ी हमारे पैर का एक छोटा व महत्वपूर्ण हिस्सा है जो छोटी-छोटी हड्डियों से मिलकर बनता है जो पीछे की तरफ या नीचे की तरफ स्थित होती है। एड़ी वह हिस्सा है जो जमीन या जूते के इनसोल के साथ सबसे …

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Restless Leg Syndrome se grast mahilaen

जब भी किसी के पैरों में दर्द होता है तो सबसे पहले लोगों के मन में यही ख्याल आता है कि यह कैल्शियम की कमी के कारण होने वाला मामूली दर्द है, लेकिन हमेशा ऐसा नहीं होता। इसलिए जब भी पैरों में दर्द हो, इस बात पर गौर करें कि रात को सोते समय दर्द …

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