Author name: Swasthya Vatika

Ouch this pain : Kidney stones

जब गुर्दे में पथरी होती है तो यह असहनीय पीड़ा देती है और यही पथरी जब मूत्र-मार्ग में आ जाती है तो काटने वाला, चीरने वाला जैसा दर्द पैदा करती है। ये गुर्दे रीढ़ की हड्डी के दोनों ओर पसलियों के नीचे पेट के पीछे दाँयी तथा बाँयीं तरफ स्थित होते हैं। जब पथरी का …

Ouch this pain : Kidney stones Read More »

UTI & Ayurveda

Urinary Tract Infection is one of the most common infection in general medical practice and accounts for 1- 3% of consultations. Women are especially prone to UTIs. One woman in five develops UTI at least once during her life time. although it is not that much common in man, but they can be very serious …

UTI & Ayurveda Read More »

Change your lifestyle to protect your kidneys.

हमारी कुछ आदते किडनी को बीमार बनाती हैं – जैसे साफ्ट ड्रिंक्स या सोडा ड्रिंक्स का अधिक सेवन। अधिक मीठे का सेवन करने से डायबिटीज होने पर ध्यान न देना, ठीक से दवा न लेना और न ही परहेज करना। खाने में नमक का अधिक सेवन करना। पेनकिलर का अधिक मात्रा में प्रयोग। ब्लड प्रेशर …

Change your lifestyle to protect your kidneys. Read More »

Kidney Ke Rogon Ke Bare Me Galat Dharnaen Aur Hakikat

गलत धारणा 1: किडनी के सभी रोग गंभीर होते हैं।हकीकत : नहीं, किडनी के सभी रोग गंभीर नहीं होते हैं। तुरंत निदान तथा उपचार से किडनी के बहुत से रोग ठीक हो जाते हैं। गलत धारणा 2 : किडनी फेल्योर में एक ही किडनी खराब होती है।हकीकत : नहीं, दोनों किडनी खराब होती है। सामान्यतः …

Kidney Ke Rogon Ke Bare Me Galat Dharnaen Aur Hakikat Read More »

Nephrotic Syndrome kaise pahchane? Kya Sawdhaniyan Rakhen?

नेफ्रोटिक सिन्ड्रोम यह किडनी में होनेवाली व्याधि है जो किसी भी उम्र में हो सकती है, परंतु विशेष रूप से यह बच्चों में होने वाला रोग है। नेफ्रोटिक सिन्ड्रोम क्यों होता है ? अधिकांशतः 90% व्यक्तियों में उसका कारण ज्ञात नहीं होता है। कुछ बच्चों में आनुवांशिकता हो सकती है। कभी-कभी कुछ संक्रमण जैसे हिपेटाइटिस, …

Nephrotic Syndrome kaise pahchane? Kya Sawdhaniyan Rakhen? Read More »

Kidneyvikar Aur Panchkarma

दोषधातुमलमूत्रं हि शरीरम् । आयुर्वेद के अनुसार यह शरीर की संज्ञा समझी जाती है। हमारा शरीर वात-पित्त-कफ यह त्रिदोष, रस-रक्त-मांस-मेद-अस्थि-मज्जा -शुक्र यह सातधातु तथा स्वेद-पुरीष-मूत्र इनमें स्थित है। मूत्र का वर्णन त्रिमल में पाया जाता है। मूत्र शरीरस्थ आप महाभूत प्रभूत शरीरव्यापारजन्य मलस्वरूप उत्पन्न होता है। क्लेदवहन यह मूत्र का कार्य है। संहितामें धारणीय वेग …

Kidneyvikar Aur Panchkarma Read More »

Mutrsad Ka Gharelu Upay

मूत्रसाद अर्थात ओलीगोयूरीया (Oligourea)। यह मूत्राघात का एक प्रकार है जिसमें मूत्र की बाहर निकलने की मात्रा कम हो जाती है क्योंकि मूत्र में जल की मात्रा कम होती है जिससे जलनयुक्त, सफेद, गाढ़ा मूत्र कम मात्रा में बाहर निकलता है। रुग्ण सम्पूर्ण दिवस में 500 मि.ली. से भी कम मूत्र विसर्जित करता है। इसका …

Mutrsad Ka Gharelu Upay Read More »

Sistaitis Ya Mutrashay Sankrman

सिस्टाइटिस के उपचार के लिए हल्दी सबसे अच्छी जड़ी-बूटी या औषधि है। यह एक शक्तिशाली एंटी-इंफ्लेमेटरी एजेंट है जो मूत्राशय की सूजन को कम करता है। एंटी-बैक्टीरियल गुणों से भरपूर होने के कारण यह शरीर के अंदर के बैक्टीरिया को भी मार देता है। मूत्राशय या यूरिनरी ब्लैडर की सूजन को सिस्टाइटिस कहा जाता है …

Sistaitis Ya Mutrashay Sankrman Read More »

Prostet Granthi Vikar

पुरुषों में पाया जाने वाला प्रोस्टेट विकार आज सामान्य-सी बात हो गई है। प्रोस्टेटाइटिस, प्रोस्टेट ग्रंथि की वृद्धि व प्रोस्टेट कैंसर जैसी समस्याएं पुरुषों की बढ़ती आयु में पाई जाती हैं। इसके अलावा प्रोस्टेट विद्रधि (Abscess) व प्रोस्टेटिक पथरी (Calculus) भी पुरुषों को होने वाले रोग हैं। समय रहते ही इन विकारों की जांच कर …

Prostet Granthi Vikar Read More »

Scroll to Top