शारीरिक चिकित्सा (फिजियोथेरेपी) शरीर के विभिन्न अंगों की समस्याओं के इलाज में मदद करती है। यहाँ कुछ आम शारीरिक चिकित्सा अभ्यास हैं जो पूरे शरीर के लिए उपयोगी हैं।

मस्पेशियों की मजबूती के लिए

  1. पुशअप्स (दंड)
  2. स्क्वाट्स (मल्लाखंब)
  3. लंज (लंबी कूद)
  4. प्लैंक (कटोरा आसन) 

 लचीलेपन के लिए

  1. ताड़ासन (पेड़ की स्थिति)
  2. वृक्षासन (वृक्ष की स्थिति)
  3. पश्चिमोत्तानासन (पीछे की ओर झुकना)
  4. उत्तानपादासन (पैरों को ऊपर उठाना)

संतुलन और समन्वय के लिए

  1. एक पैर पर खड़े रहना
  2. साइकिल चलाना
  3. बैलेंस बोर्ड पर खड़े रहना
 

श्वसन और तनाव कम करने के लिए

  1. योग निद्रा  (योग की नींद)
  2. ध्यान (मेडिटेशन)
  3. प्राणायाम (श्वसन व्यायाम)

विशेषज्ञ की सलाह 

  • शारीरिक चिकित्सा के लिए किसी योग्य फिजियोथेरेपिस्ट से परामर्श लें।
  • अपनी सेहत और समस्याओं के अनुसार अभ्यास चुनें।

 स्पाइन रोगों में फिजियोथेरेपी के फायदे

  1. रीढ़ की हड्डी और गर्दन के दर्द से राहत
  2. मुद्रा में सुधार और रीढ़ पर दबाव कम करना
  3. गतिशीलता और लचीलेपन में वृद्धि
  4. कोर और पीठ की मांसपेशियों को मजबूत बनाना
  5. चोटों को रोकना और उपचार में मदद

स्पाइन की सामान्य समस्याएं जिनमें फिजियोथेरेपी की आवश्यकता होती है।
डिस्क हेरनियेशन, स्पॉन्डिलोसिस(रीढ़ की हड्डी का घिसाव), स्पाइनल स्टेनोसिस (रीढ़ की हड्डी का संकुचन), साइटिकास्कोलियोसिस (रीढ़ की हड्डी का वक्रता)

 फिजियोथेरेपी तकनीकें

  1. व्यायाम चिकित्सा (मजबूती और लचीलेपन के लिए)। 
  2. मैनुअल थेरेपी (मालिश और गति चिकित्सा)
  3. इलेक्ट्रोथेरेपी (टेंस, अल्ट्रासाउंड)
  4. हीट और कोल्ड थेरेपी।
  5. मुद्रा शिक्षा और सुधार।

 फिजियोथेरेपिस्ट से कब परामर्श लें

लगातार पीठ या गर्दन दर्द, हाल की चोट या आघात, ऑपरेशन से पहले या बाद, पुराना दर्द या जकड़न और दैनिक गतिविधियों में परेशानी।

रीढ़ की हड्डी को स्वस्थ रखने के 10 प्रभावी तरीके

  1. कम से कम बैठने की कोशिश करें।
  2. Core Muscles की ताकत बढ़ाएं, रीढ़ की हड्डी को मदद मिलेगी।
  3. व्यायाम करें back flexion, knee to chest stretch, chin to chest stretch, hip stretch
  4. वजन कम करें ताकि spine पर दबाव  आए।
  5. धूम्रपान, शराब, अधिक कॉफी का सेवन  करें।
  6. रोज सैर पर अवश्य जाएं।
  7. भारी वजन उठाते समय ध्यान रखें।
  8. मांसपेशी की मजबूती और लचीलेपन के लिए नियमित योगासन करें।
  9. आहार में विटामिन  मिनरल्स, आयरन, कैल्शियम, मैग्नेशियम, फास्फोरस से युक्त खाद्य पदार्थों का समावेश करें।
  10. किसी भी प्रकार के दर्द के लिए डॉक्टर से संपर्क करें।
इस प्रकार स्पाइन व जॉइन्ट केअर के लिए फिजियोथेरेपी का महत्वपूर्ण योगदान है। किसी भी प्रकार की स्पाइन- जाइन्ट संबंधी समस्या के लिए तज्ञ फिजियोथिरेपिस्ट से संपर्क करें व संधिपीड़ा से राहत पाएं।

डॉ. प्रगति आसुदानी
(BPTh-GMC Nagpur)
फिजियोथेरापिस्ट, लक्ष्मी माधव फिजियोथेरपी सेंटर, जीकुमार आरोग्यधाम, जरीपटका, नागपुर
फोन : (0712 ) 3590400, 2646600, 9373397258

लक्ष्मी माधव फिजियोथेरेपी एंड फिटनेस सेंटर

लक्ष्मी माधव फिजियोथेरेपी एंड फिटनेस सेंटर

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top