जीकुमार आरोग्यधाम में विगत वर्षों से हॉस्पीटल स्वास्थ्य सेवाएं दे रहा हैं । यहां अनेक असाध्य रोगों से ग्रस्त रूग्ण आते है । जिन्हें ऑपरेशन के लिए बताया गया वे बिना ऑपेरेशन के ठीक हुए है । इनमें से कई रूग्ण है जिन्हें लाभान्वित रूग्णों ने यहां की जानकारी दी और कुछ ऐसे रूग्ण है जिन्हें यहां पहले आराम हुआ है पुनः दूसरी तकलीफ होने पर वे सीधा यहां उपचार के लिए आए हैं । इस प्रकार का अट्टू विश्वास है रूग्णों का जीकुमार आरोग्यधाम पर । उनमें से कुछ ऐसे रूग्ण जो हाल ही में यहां से लाभान्वित हुए हैं, ऐसे रूग्णों की कहानी जानिए उनकी जुबानी –

लंबर, सरवाइकल स्पाण्डीलाइटिस व पैरों के तलवों में दर्द में आराम मिला

मैं जगदीश मोगरे, नागभीड़, जि. चंद्रपुर निवासी सन् 2003 में डॉ. ममतानी के जीकुमार आरोग्यधाम में आया था। मुझे गर्दन से लेकर पूरी पीठ व दोनों पांव तक अकड़न-जकड़न दर्द था। चलना फिरना मुश्किल हो गया था। तब मुझे जीकुमार आरोग्यधाम के बारे में रिश्तेदार (नागपुर निवासी) ने बताया जिन्हें गठियावात की तकलीफ थी वह यहां से लाभान्वित हुई थी। जीकुमार आरोग्यधाम में मेरा लंबर सरवाईकल स्पाण्डीलाइटिस (Lumber cervical Spondylitis) का निदान किया। यहां की 6-7 माह दवाई से पूरा आराम हो गया। 3-4 दिन में ही मेरा चलना फिरना चालू हो गया था। जकड़न व दर्द कम हो गया था।

20 साल बाद पांव में सूजन व पैर के तलुवों में दर्द, सूजन व पैरों में दर्द था। पुनः मैं जीकुमार आरोग्यधाम में उपचार हेतु आया। 1 माह की औषधि से मेरा तलवों का दर्द, सूजन, अकड़न कम हो गया अभी मात्र पैरों में दर्द बचा है। डॉ. ममतानी ने मुझे आश्वस्त किया है कि 3-4 महीने के इलाज में यह ठीक हो जाएगा। अतः मैं सबसे निवेदन करना चाहता हूं कि कहीं ठीक न होने पर एक बार डॉ. ममतानी को जरूर दिखाएं।

श्री जगदीश मोगरे
नागभीड़, जि. चंद्रपुर

बालकफ, बाल झड़ना, एन्ज़ाइटी व कोविड में आराम

मैं जयेश डॉ. ममतानी का पुराना पेशेंट हूं। मुझे बचपन में बालकफ रहता था। मैंने डॉ. साहब से दवाई ली और पांच-छः महीने में ही मुझे उससे राहत मिलीं। 2018 में मुझे बाल झड़ने और एसिडिटी की तकलीफ हुई। उसमें भी दो-तीन महीने में आराम हुआ। 2020 में एंजायटी और निद्रानाश में भी दो महीने की दवाई से आराम हुआ। बाद में 2021 में कोविड़ होने के बाद कफ, कमजोरी एवं प्लेटलेट्स कम होने की तकलीफ में भी मुझे बहुत जल्दी आराम हुआ। आज भी वायरल कफ इंफेक्शन के लिए हम डॉ. साहब की दवाई लने आए है क्योंकि आयुर्वेदिक दवाई से बिना साईड इफेक्ट से आराम मिलता है।

जयेश हुडकेश्वर रोड,
नागपुर

दमा व थायराइड में लाभ

2018 से मुझे दमा की शिकायत थी। एलोपैथिक दवाई ले रहे थे। ज्यादा तकलीफ होने पर 1 बार एडमिट भी होना पड़ा था। एलोपैथिक दवा से तुरंत आराम होता था पर फिर वैसी तकलीफ होती थी । मेरे जवाई ने मुझे जीकुमार आरोग्यधाम के बारे में बताया उनके रिश्तेदार को वात रोग में यहां से पूर्ण लाभ मिला था। 15 डिसेंबर 2021 को मैं डॉ. ममतानी के पास चिकित्सा के लिए आई। यहां आकर मात्र 3 माह में दमा में मुझे 50% आराम हो गया। साथ ही दूसरी तकलीफें भी थी। स्लिप डिस्क का ऑपरेशन होने के बाद भी कमर दर्द रहता था जो कि यहां की दवाई से कम हुआ। इसके अलावा सर्दी, खांसी, छींक आना, एसिडिटी, गैस की शिकायत, डकारें, आंखों में खुजली, थायराइड, सूजन, पैर के तलवों में दर्द, झुनझुनी, बाल झड़ना इत्यादि तकलीफों में भी 90 प्रतिशत आराम है। कभी-कभी थोड़ी खांसी आती रहती है। डॉक्टर ने रसायन चिकित्सा की कुछ दवाइयां चालू रखी है। हमें आराम पड़ने पर अपने परिचित को दमा व खांसी के लिए भेजा है। उन्हें भी आराम हैं। हम यहां की चिकित्सा से काफी संतुष्ट है। जिस किसी को भी पुरानी बीमारी हो, वह यहां आकर आयुर्वेद औषधि लें। अतः मैं डॉ.ममतानी की तहेदिल से आभारी हूं।

सौ. कल्पना शेंडे
कलमेश्वर, नागपुर

स्लिप डिस्क- बिना ऑपरेशन ठीक

मेरा नाम सुभद्रा मानिकपुरी है, मैं चंद्रपुर निवासी हूं। मेरा स्लिप डिस्क का इलाज रायपूर में शुरू था उन्होंने मुझे ऑपरेशन के बारे में बताया फिर मुझे दमोह के एक पेशेंट ने जीकुमार आरोग्यधाम का पता बताया तो मैं डॉ. ममतानी के यहां स्लिप डिस्क के कारण पैरों में दर्द, चलने में तकलीफ व झुनझुनी इन सबका इलाज कराने को आयी तो मुझे डॉ. साहब ने 15 दिन की दवाई दी और पंचकर्म के बारे में बताया। मैनें 7 दिन एडमिट रहकर पंचकर्म का ट्रीटमेंट करवाया साथ में फिजियोथेरेपी, व्यायाम, योगा भी शुरू किया साथ ही दवाइयां भी लेनी शुरू की तो अभी मुझे बिना ऑपरेशन के ही काफी आराम मिला है।

सुभद्रा मानिकपुरी
चंद्रपुर

अस्थमा खत्म हुआ

मैं सुषमा सोनटक्के, मुझे अस्थमा की शिकायत थी। मैं जीकुमार आरोग्यधाम में दिनांक 23 मई 2012 से अस्थमा के इलाज के लिए आयी । मैंने 18 माह तक अस्थमा का इलाज किया और 18 माह के पश्चात मेरा अस्थमा पूरी तरह ठीक हुआ। मैं और मेरा परिवार डॉ. जी. एम. ममतानी साहब का तहेदिल से शुक्रिया अदा करते है। ईश्वर उनको लंबी उम्र प्रदान करें और मुझे पम्प से मुक्ति मिली। अभी मुझे वात की शिकायत शुरू हुई है और मैं इसके इलाज के लिए डॉ.साहब के पास आई हूं और मैं चाहती हूं कि मेरा रोग पूरी तरह ठीक हो ।

सुषमा सोनटक्के
बुटीबोरी, नागपुर

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