स्नेही पाठकगण, प्रणाम….!
आधुनिक लाइफस्टाइल व बढ़़ते तनाव ने मनुष्य को अनेक रोगों से ग्रस्त कर दिया है । लाइफस्टाइल जन्य रोगों में हायब्लड प्रेशर, डायबिटीज़, थायराइड विकार, हायपर कोलेस्ट्राल, मोटापा जैसे रोगों का समावेश होता है। साथ ही आज हमें हृदय रोग से ग्रस्त रूग्ण भी चारों ओर नजर आ रहे है । इतना ही नहीं युवा पीढ़ी भी हार्ट अटैक जैसी गंभीर बीमारियों का शिकार हो रही है । भारत में लगभग 8-10 करोड़ लोगों को हृदय संबंधी बीमारियाँ है जिसमें अगले 3-4 साल में 10 करोड़ हो जाने की संभावना है। साल में 30 प्रतिशत लोग हृदय की बीमारी से मृत्यु को प्राप्त होते है । यह हम सबके लिए चिंता का विषय है।
हृदय रोग की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए इस बार हम ‘‘Heart Care Special’’ अंक प्रकाशित कर रहे हैं क्योंकि हृदय संबंधी बीमारी को रोका जा सकता है । हमारे हृदय की सुरक्षा स्वयं के हाथों में है । हृदय रोग से बचाव संबंधी अधिकाधिक जानकारी इस पत्रिका के माध्यम से दे रहें है।
संक्षेप में हृदय रोग से बचाव के लिए हमें अपनी जीवन शैली में परिवर्तन करना आवश्यक है । हमारा आहार संतुलित हो, नियमित योगाभ्यास करें, तनाव रहित जीवन जिएं, तंबाकू व धूम्रपान से दूर रहें, नियमित प्रातःभ्रमण (Morning Walk) करें, स्वयं को हर स्थिति में खुश रखें । आपा धापी वाला जीवन न जिएं Hurry, Curry, Worry से बचें । कुल मिलाकर हम प्रकृति के सानिध्य में रहें प्रकृति से नाता जोड़े तभी हम स्वस्थ रह सकते है व अपने हृदय की सुरक्षा कर सकते है । तो आइए हम हृदय की रक्षा का संकल्प लें व स्वास्थ्य वाटिका में दिए गए उपाय व निर्देशों का पालन कर स्वास्थ्य में उत्तरोत्तर प्रगति करें ।