“Add years to your life with Ayurveda” के अपने आदर्श वाक्य को ध्यान में रखते हुए आरोग्यधाम हेल्थ केयर सोसाइटी (रजि. संस्था) आयुर्वेद के पारंपरिक विज्ञान के प्रचार में विश्वास करती है। अपने प्रसार को बढ़ावा देने के लिए मध्य भारत और आसपास के विभिन्न स्थानों पर नियमित स्वास्थ्य जांच शिविर आयोजित किये जाते हैं।
जरीपटका स्थित जीकुमार आरोग्यधाम में स्व. श्रीमती लक्ष्मी माधवदास ममतानी के पुण्यतिथी के अवसर पर आरोग्यधाम हेल्थकेयर सोसायटी के तत्वाधान में हड्डी घनत्व जांच (BMD Test), वातरोग व मानसरोग शिविर का उद्घाटन व पूजा अर्चना अधि. माधवदास ममतानी, घोटकी पंचायत के मुखी श्री वलीराम सहजरामानी व नरेश खुशालानी के हस्ते दीप प्रज्वलित कर किया गया। कार्यक्रम में बजरंगदल के संयोजक श्री कमल हरयानी, विश्व हिंदू परिषद उत्तर नागपूर अध्यक्ष श्री सूरज पडोले व श्री तोताराम लालवानी इत्यादि प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
कार्यक्रम के शुभारंभ में श्री गुरुनानकदेव, भगवान धन्वंतरि व स्व. श्रीमती लक्ष्मी माधवदास ममतानी के चित्रों पर अतिथियों द्वारा माल्यार्पण किया गया। अतिथियों का स्वागत डॉ. ममतानी दंपति ने पुष्पगुच्छ देकर किया। प्रास्ताविक भाषण देते हुए डॉ. जी. एम. ममतानी ने बताया कि विगत 21 वर्षों से माताजी की पुण्यतिथि के दिन प्रतिवर्ष चिकित्सा शिविर लेते आ रहें है। अतिथियों ने डॉ. ममतानी दंपति द्वारा जारी स्वास्थ्य सेवाओं की प्रशंसा कर शिविर के लिए शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम का संचालन व आभार प्रदर्शन डॉ. अंजू ममतानी ने किया। मानसिक रोग तज्ञ डॉ. हरकिशन ममतानी ने बताया कि शिविर में डिप्रेशन, चिंता विकार, तनाव संबंधी विकार, ओ. सी. डी., न्यूरोसाइकियाट्रिक विकार, डिमेन्शिया, सेक्शुअल विकार, व्यसन विकार इत्यादि रूग्णों ने लाभ उठाया। इसके अलावा संधिवात, स्पाडिण्लाइटिस, स्लिप डिस्क, साइटिका, गाउट, गठियावात, फ्रोजन शोल्डर इत्यादि वात रोगियों ने लाभ लिया। शिविर में आए हुए रुग्णों की फिजियोथिरेपी, पॅथोलॉजी, पंचकर्म व साइकोथेरेपी अल्प दरों में की गई। शिविर में आज 115 रुग्णों ने बी.एम.डी जांच कर लाभ उठाया तथा इस शिविर में अधिकांश रुग्ण कैल्शियम की कमी से आस्टीओपीनिया (Osteopenia) व आस्टीओपोरोसिस (Osteoporosis) से ग्रस्त पाए गए। ’’स्वास्थ्य वाटिका पत्रिका’’ व कुछ औषधियां सभी रूग्णों को निःशुल्क दी गई।
जरीपटका स्थित जीकुमार आरोग्यधाम में निःशुल्क व्यसन मुक्ति, दमा व वात रोग निदान शिविर का आयोजन रविवार, दि. 18 फरवरी 2024 को सुबह 10 से 2 बजे तक किया गया। इसी के अंतर्गत यह 234 वा चिकित्सा शिविर था।
डॉ अंजू ममतानी के अनुसार शिविर में सधिवात-जोडों का दर्द, सूजन, जकडन, लकवा, गठियावात, गाऊट, साइटिका, स्नायु पीड़ा, कंपवात, ऑस्टियो आर्थराइटिस, कमरदर्द , घुटने का दर्द ,ऑस्टियोपोरोसिस, स्पांडिलाइटिस,स्लिपडिस्क, पी.आय.डी, फ्रोजन शोल्डर, मस्क्यूलर डिस्ट्रॉफी, पोलियो, बालपक्षाघात, एवैस्कुलर नेक्रोसिस (AVN) इत्यादि वातरोग व दमारोग का निःशुल्क आयुर्वेदिक – पंचकर्म चिकित्सा परामर्श दिया गया।
डॉ. जी. एम. ममतानी के अनुसार शिविर में व्यसन मुक्ति या नशा छुड़ाने के लिए आयुर्वेदिक औषधि दी गई। इन औषधियों के कोई साइड इफेक्ट नहीं है। इसमें दारू, सिगरेट, बीड़ी, तंबाकू, ड्रग्स, ताड़ी इत्यादि नशा छुड़ाने के लिए प्रभावी आयुर्वेदिक दवा दी गई। व्यसन मुक्ति में पंचकर्म के प्रभावी परिणाम मिलते हैं। व्यसन छोड़ने के बाद होनेवाली तकलीफें जैसे घबराहट, बेचेनी, नींद न आना, चिड़चिड़ापन, भोजन के प्रति अरूचि, अकारण क्रोध, वजन की कमी इत्यादि
में आयुर्वेदिक औषधियों व पंचकर्म के अच्छे परिणाम मिलते हैं।
शिविर में आए हुए रुग्णों को राजस्थान औषधालय, मुंबई की ओर से 5 दिन की औषधि निःशुल्क दी गई।