डॉ. ममतानी दंपति द्वारा संपादित पत्रिका स्वास्थ्य वाटिका के ’’हार्ट केअर स्पेशल’’ अंक का विमोचन विगत दिनों केंद्रीय मंत्री श्री नितिन गड़करी के हस्ते हुआ। इस अवसर पर झांसी की समाज सेविका श्रीमती कंचन आहूजा उपस्थित थी।
विमोचन अवसर पर श्री नितिन गड़करी ने कहा कि विगत 33 वर्षों से डॉ. ममतानी दंपति आयुर्वेद प्रचार प्रसार के लिए सराहनीय कार्य कर रहे हैं। आजकल हृदयसंबंधी तकलीफें बहुत बढ़ गई है। युवाओं में भी हार्ट अटैक के केसेस मिल रहे हैं। ऐसे समय डॉ. ममतानी का हार्ट केअर स्पेशल जनमानस के लिए हृदयरोग से बचाव हेतु लाभदायी रहेगा।
डॉ. ममतानी ने जानकारी देते हुए बताया कि स्वास्थ्य वाटिका पत्रिका 17 वर्ष का सफर पूर्ण कर चुकी है। अब तक इसके 65 अंक प्रकाशित हो चुके है। ’’हार्ट केअर स्पेशल’’ अंक में मुख्यतः तनाव बढ़ाता है हृदय रोग, हाइपरटेंशन, युवाओं में हार्ट अटैक का खतरा, हापरकोलेस्ट्राल से प्रभावित हृदय, हृदय रोग में प्रभावी निसर्गोपचार व आयुर्वेदिक उपचार, हृदय रोग से बचें, रेशेदार भोजनः कम कोलेस्ट्राल, हृदय रोग में फिजियोथेरेपी, दीर्घायु जीवन हेतु दिलेनादां को संभालिए, हृदय के लिए हितकारी अर्जुन इत्यादि विषयों के बारे में वर्णन विस्तृत रूप से किया है।
‘स्वास्थ्य वाटिका’ मात्र 50 रू. में प्रमुख पुस्तक विक्रेताओं के अलावा ऑनलाइन (www.swasthyavatika.com & ‘Swasthy vatika’ Android App) पर भी उपलब्ध है इसके अलावा जीकुमार आरोग्यधाम, जरीपटका, नागपुर (फोन:- 0712-3590400, 2646600, 2647600, 9373397258) से भी ये पत्रिका प्राप्त कर सकते है।
जरीपटका स्थित प्रणाल फिटनेस क्लब द्वारा आयोजित ’’लूजर बनेगा विनर’’ वेट लास प्रतियोगिता में नागपुर के डॉ. ममतानी सभी ग्रुप्स में से सबसे ज्यादा वजन घटाकर ’’चैम्पियन ऑफ चैम्पियन’’ खिताब से नवाज़े गए। उन्होंने मात्र 3 माह में नैचरल तरीके से 34 किलो वजन कम कर पुनः कीर्तिमान स्थापित किया। इसके पूर्व भी डॉ. ममतानी ने 2010 में 50 किलो 600 ग्राम वजन कम कर प्रतियोगिता में प्रथम क्रमांक हासिल कर’’ लिमका बुक ऑफ रिकार्डस्’’ में अपना नाम दर्ज कराया था।
डॉ. ममतानी ने अपने कोच श्री प्रणाल लांजेवार व सहयोगी अतुल गजभिये व प्रणीत चैहान का आभार माना। इस प्रतियोगिता का पुरस्कार वितरण किसी मंत्री या वी. आय. पी. से न कराकर प्रतियोगी के पालक या परिवार के सदस्य द्वारा किया गया था जिन्होंने प्रतियोगी के लिए अपना योगदान दिया था। पुरस्कार में सभी विजेताओं को ट्राफी, प्रमाणपत्र, नगद राशि, मेडल व अनेक इनाम दिए गए।